क्या खुशिया होती थी वो बचपन की ,
पापा के हाथ से दिया हर तोफाह कितना अनमोल था ,
वो डाटना , डर के छुप जाना , सब याद आने लगा है,
प्यार से गोदी में सुलाना , और वो बातें पापा के मन की
क्या खुशिया होती थी वो बचपन की |
Please follow and like us:
क्या खुशिया होती थी वो बचपन की ,
पापा के हाथ से दिया हर तोफाह कितना अनमोल था ,
वो डाटना , डर के छुप जाना , सब याद आने लगा है,
प्यार से गोदी में सुलाना , और वो बातें पापा के मन की
क्या खुशिया होती थी वो बचपन की |